86وَاغفِر لِأَبي إِنَّهُ كانَ مِنَ الضّالّينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर मेरे (मुँह बोले) बाप (चचा आज़र) को बख्श दे क्योंकि वह गुमराहों में से है