7أَوَلَم يَرَوا إِلَى الأَرضِ كَم أَنبَتنا فيها مِن كُلِّ زَوجٍ كَريمٍफ़ारूक़ ख़ान & अहमदक्या उन्होंने धरती को नहीं देखा कि हमने उसमें कितने ही प्रकार की उमदा चीज़ें पैदा की है?