38فَجُمِعَ السَّحَرَةُ لِميقاتِ يَومٍ مَعلومٍफ़ारूक़ ख़ान & नदवीग़रज़ वक्ते मुकर्रर हुआ सब जादूगर उस मुक़र्रर के वायदे पर जमा किए गए