32فَأَلقىٰ عَصاهُ فَإِذا هِيَ ثُعبانٌ مُبينٌफ़ारूक़ ख़ान & अहमदफिर उसने अपनी लाठी डाल दी, तो अचानक क्या देखते है कि वह एक प्रत्यक्ष अज़गर है