220إِنَّهُ هُوَ السَّميعُ العَليمُफ़ारूक़ ख़ान & नदवीकरने वालों (की जमाअत) में तुम्हारा फिरना (उठना बैठना सजदा रुकूउ वगैरह सब) देखता है