214وَأَنذِر عَشيرَتَكَ الأَقرَبينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर (ऐ रसूल) तुम अपने क़रीबी रिश्तेदारों को (अज़ाबे ख़ुदा से) डराओ