201لا يُؤمِنونَ بِهِ حَتّىٰ يَرَوُا العَذابَ الأَليمَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदवे इसपर ईमान लाने को नहीं, जब तक कि दुखद यातना न देख लें