190إِنَّ في ذٰلِكَ لَآيَةً ۖ وَما كانَ أَكثَرُهُم مُؤمِنينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीइसमे भी शक नहीं कि इसमें (समझदारों के लिए) एक बड़ी इबरत है और उनमें के बहुतेरे ईमान लाने वाले ही न थे