186وَما أَنتَ إِلّا بَشَرٌ مِثلُنا وَإِن نَظُنُّكَ لَمِنَ الكاذِبينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदऔर तू बस हमारे ही जैसा एक आदमी है और हम तो तुझे झूठा समझते है