169رَبِّ نَجِّني وَأَهلي مِمّا يَعمَلونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदऐ मेरे रब! मुझे और मेरे लोगों को, जो कुछ ये करते है उसके परिणाम से, बचा ले।"