121إِنَّ في ذٰلِكَ لَآيَةً ۖ وَما كانَ أَكثَرُهُم مُؤمِنينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदनिश्चय ही इसमें एक बड़ी निशानी है। इसपर भी उनमें से अधिकतर माननेवाले नहीं