83لَقَد وُعِدنا نَحنُ وَآباؤُنا هٰذا مِن قَبلُ إِن هٰذا إِلّا أَساطيرُ الأَوَّلينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदयह वादा तो हमसे और इससे पहले हमारे बाप-दादा से होता आ रहा है। कुछ नहीं, यह तो बस अगलों की कहानियाँ है।"