50وَجَعَلنَا ابنَ مَريَمَ وَأُمَّهُ آيَةً وَآوَيناهُما إِلىٰ رَبوَةٍ ذاتِ قَرارٍ وَمَعينٍफ़ारूक़ ख़ान & अहमदऔर मरयम के बेटे और उसकी माँ को हमने एक निशानी बनाया। और हमने उन्हें रहने योग्य स्रोतबाली ऊँची जगह शरण दी,