30إِنَّ في ذٰلِكَ لَآياتٍ وَإِن كُنّا لَمُبتَلينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीइसमें शक नहीं कि हसमें (हमारी क़ुदरत की) बहुत सी निशानियाँ हैं और हमको तो बस उनका इम्तिहान लेना मंज़ूर था