13ثُمَّ جَعَلناهُ نُطفَةً في قَرارٍ مَكينٍफ़ारूक़ ख़ान & अहमदफिर हमने उसे एक सुरक्षित ठहरने की जगह टपकी हुई बूँद बनाकर रखा