64لَهُ ما فِي السَّماواتِ وَما فِي الأَرضِ ۗ وَإِنَّ اللَّهَ لَهُوَ الغَنِيُّ الحَميدُफ़ारूक़ ख़ान & अहमदउसी का है जो कुछ आकाशों में और जो कुछ धरती में है। निस्संदेह अल्लाह ही निस्पृह प्रशंसनीय है