16وَكَذٰلِكَ أَنزَلناهُ آياتٍ بَيِّناتٍ وَأَنَّ اللَّهَ يَهدي مَن يُريدُफ़ारूक़ ख़ान & नदवी(या नहीं) और हमने इस कुरान को यूँ ही वाजेए व रौशन निशानियाँ (बनाकर) नाज़िल किया और बेशक खुदा जिसकी चाहता है हिदायत करता है