13يَدعو لَمَن ضَرُّهُ أَقرَبُ مِن نَفعِهِ ۚ لَبِئسَ المَولىٰ وَلَبِئسَ العَشيرُफ़ारूक़ ख़ान & नदवीयही तो पल्ले दरने की गुमराही है और उसको अपनी हाजत रवाई के लिए पुकारता है जिस का नुक़सान उसके नफे से ज्यादा क़रीब है बेशक ऐसा मालिक भी बुरा और ऐसा रफीक़ भी बुरा