110إِنَّهُ يَعلَمُ الجَهرَ مِنَ القَولِ وَيَعلَمُ ما تَكتُمونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदनिश्चय ही वह ऊँची आवाज़ में कही हुई बात को जानता है और उसे भी जानता है जो तुम छिपाते हो