100لَهُم فيها زَفيرٌ وَهُم فيها لا يَسمَعونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदउनके लिए वहाँ शोर गुल होगा और वे वहाँ कुछ भी नहीं सुन सकेंगे