62فَتَنازَعوا أَمرَهُم بَينَهُم وَأَسَرُّوا النَّجوىٰफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर (याद रखो कि) जिसने इफ्तेरा परदाज़ियाँ न की वह यकीनन नामुराद रहा उस पर वह लोग अपने काम में बाहम झगड़ने और सरगोशियाँ करने लगे