42اذهَب أَنتَ وَأَخوكَ بِآياتي وَلا تَنِيا في ذِكرِيफ़ारूक़ ख़ान & अहमदजो, तू और तेरी भाई मेरी निशानियो के साथ; और मेरी याद में ढ़ीले मत पड़ना