23لِنُرِيَكَ مِن آياتِنَا الكُبرَىफ़ारूक़ ख़ान & नदवी(ये) ताकि हम तुमको अपनी (कुदरत की) बड़ी-बड़ी निशानियाँ दिखाएँ