125قالَ رَبِّ لِمَ حَشَرتَني أَعمىٰ وَقَد كُنتُ بَصيرًاफ़ारूक़ ख़ान & नदवीवह कहेगा इलाही मैं तो (दुनिया में) ऑंख वाला था तूने मुझे अन्धा करके क्यों उठाया