118إِنَّ لَكَ أَلّا تَجوعَ فيها وَلا تَعرىٰफ़ारूक़ ख़ान & अहमदतुम्हारे लिए तो ऐसा है कि न तुम यहाँ भूखे रहोगे और न नंगे