162خالِدينَ فيها ۖ لا يُخَفَّفُ عَنهُمُ العَذابُ وَلا هُم يُنظَرونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीन तो उनके अज़ाब ही में तख्फ़ीफ़ (कमी) की जाएगी