66وَيَقولُ الإِنسانُ أَإِذا ما مِتُّ لَسَوفَ أُخرَجُ حَيًّاफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर (बाज़) आदमी अबी बिन ख़लफ ताज्जुब से कहा करते हैं कि क्या जब मैं मर जाऊँगा तो जल्दी ही जीता जागता (क़ब्र से) निकाला जाऊँगा