13وَحَنانًا مِن لَدُنّا وَزَكاةً ۖ وَكانَ تَقِيًّاफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर हमने उन्हें बचपन ही में अपनी बारगाह से नुबूवत और रहमदिली और पाक़ीज़गी अता फरमाई