96قُل كَفىٰ بِاللَّهِ شَهيدًا بَيني وَبَينَكُم ۚ إِنَّهُ كانَ بِعِبادِهِ خَبيرًا بَصيرًاफ़ारूक़ ख़ान & नदवी(ऐ रसूल) तुम कह दो कि हमारे तुम्हारे दरमियान गवाही के वास्ते बस ख़ुदा काफी है इसमें शक़ नहीं कि वह अपने बन्दों के हाल से खूब वाक़िफ और देखता रहता है