48انظُر كَيفَ ضَرَبوا لَكَ الأَمثالَ فَضَلّوا فَلا يَستَطيعونَ سَبيلًاफ़ारूक़ ख़ान & नदवी(ऐ रसूल) ज़रा देखो तो ये कम्बख्त तुम्हारी निस्बत कैसी कैसी फब्तियाँ कहते हैं तो (इसी वजह से) ऐसे गुमराह हुए कि अब (हक़ की) राह किसी तरह पा ही नहीं सकते