94فَاصدَع بِما تُؤمَرُ وَأَعرِض عَنِ المُشرِكينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदअतः तु्म्हें जिस चीज़ का आदेश हुआ है, उसे हाँक-पुकारकर बयान कर दो, और मुशरिको की ओर ध्यान न दो