92فَوَرَبِّكَ لَنَسأَلَنَّهُم أَجمَعينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदअब तुम्हारे रब की क़सम! हम अवश्य ही उन सबसे उसके विषय में पूछेंगे