72لَعَمرُكَ إِنَّهُم لَفي سَكرَتِهِم يَعمَهونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवी(इनसे निकाह कर लो) ऐ रसूल तुम्हारी जान की कसम ये लोग (क़ौम लूत) अपनी मस्ती में मदहोश हो रहे थे