72لَعَمرُكَ إِنَّهُم لَفي سَكرَتِهِم يَعمَهونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदतुम्हारे जीवन की सौगन्ध, वे अपनी मस्ती में खोए हुए थे,