68قالَ إِنَّ هٰؤُلاءِ ضَيفي فَلا تَفضَحونِफ़ारूक़ ख़ान & नदवीलूत ने (उनसे कहा) कि ये लोग मेरे मेहमान है तो तुम (इन्हें सताकर) मुझे रुसवा बदनाम न करो