55قالوا بَشَّرناكَ بِالحَقِّ فَلا تَكُن مِنَ القانِطينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीतो फिर अब काहे की खुशख़बरी देते हो वह फरिश्ते बोले हमने आप को बिल्कुल ठीक खुशख़बरी दी है तो आप (बारगाह ख़ुदा बन्दी से) ना उम्मीद न हो