5ما تَسبِقُ مِن أُمَّةٍ أَجَلَها وَما يَستَأخِرونَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदकिसी समुदाय के लोग न अपने निश्चित समय से आगे बढ़ सकते है और न वे पीछे रह सकते है