50سَرابيلُهُم مِن قَطِرانٍ وَتَغشىٰ وُجوهَهُمُ النّارُफ़ारूक़ ख़ान & अहमदउनके परिधान तारकोल के होंगे और आग उनके चहरों पर छा रही होगी,