24سَلامٌ عَلَيكُم بِما صَبَرتُم ۚ فَنِعمَ عُقبَى الدّارِफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर सलाम अलैकुम (के बाद कहेगें) कि (दुनिया में) तुमने सब्र किया (ये उसी का सिला है देखो) तो आख़िरत का घर कैसा अच्छा है