75قالوا جَزاؤُهُ مَن وُجِدَ في رَحلِهِ فَهُوَ جَزاؤُهُ ۚ كَذٰلِكَ نَجزِي الظّالِمينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदवे बोले, "उसका दंड यह है कि जिसके सामान में वह मिले वही उसका बदला ठहराया जाए। हम अत्याचारियों को ऐसा ही दंड देते है।"