5قالَ يا بُنَيَّ لا تَقصُص رُؤياكَ عَلىٰ إِخوَتِكَ فَيَكيدوا لَكَ كَيدًا ۖ إِنَّ الشَّيطانَ لِلإِنسانِ عَدُوٌّ مُبينٌफ़ारूक़ ख़ान & अहमदउसने कहा, "ऐ मेरे बेटे! अपना स्वप्न अपने भाइयों को मत बताना, अन्यथा वे तेरे विरुद्ध कोई चाल चलेंगे। शैतान तो मनुष्य का खुला हुआ शत्रु है