44قالوا أَضغاثُ أَحلامٍ ۖ وَما نَحنُ بِتَأويلِ الأَحلامِ بِعالِمينَफ़ारूक़ ख़ान & अहमदउन्होंने कहा, "ये तो सम्भ्रमित स्वप्न है। हम ऐसे स्वप्न का अर्थ नहीं जानते।"