83مُسَوَّمَةً عِندَ رَبِّكَ ۖ وَما هِيَ مِنَ الظّالِمينَ بِبَعيدٍफ़ारूक़ ख़ान & अहमदजो तुम्हारे रब के यहाँ चिन्हित थे। और वे अत्याचारियों से कुछ दूर भी नहीं