80قالَ لَو أَنَّ لي بِكُم قُوَّةً أَو آوي إِلىٰ رُكنٍ شَديدٍफ़ारूक़ ख़ान & अहमदउसने कहा, "क्या ही अच्छा होता मुझमें तुमसे मुक़ाबले की शक्ति होती या मैं किसी सुदृढ़ आश्रय की शरण ही ले सकता।"