100ذٰلِكَ مِن أَنباءِ القُرىٰ نَقُصُّهُ عَلَيكَ ۖ مِنها قائِمٌ وَحَصيدٌफ़ारूक़ ख़ान & अहमदये बस्तियों के कुछ वृत्तान्त हैं, जो हम तुम्हें सुना रहे है। इनमें कुछ तो खड़ी है और कुछ की फ़सल कट चुकी है