5كَلّا لَو تَعلَمونَ عِلمَ اليَقينِफ़ारूक़ ख़ान & अहमदकुछ नहीं, अगर तुम विश्वसनीय ज्ञान के रूप में जान लो! (तो तुम धन-दौलत के पुजारी न बनो) -