64لَهُمُ البُشرىٰ فِي الحَياةِ الدُّنيا وَفِي الآخِرَةِ ۚ لا تَبديلَ لِكَلِماتِ اللَّهِ ۚ ذٰلِكَ هُوَ الفَوزُ العَظيمُफ़ारूक़ ख़ान & नदवीउन्हीं लोगों के वास्ते दीन की ज़िन्दगी में भी और आख़िरत में (भी) ख़ुशख़बरी है ख़ुदा की बातों में अदल बदल नहीं हुआ करता यही तो बड़ी कामयाबी है