51أَثُمَّ إِذا ما وَقَعَ آمَنتُم بِهِ ۚ آلآنَ وَقَد كُنتُم بِهِ تَستَعجِلونَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीफिर क्या जब (तुम पर) आ चुकेगा तब उस पर ईमान लाओगे (आहा) क्या अब (ईमान लाए) हालॉकि तुम तो इसकी जल्दी मचाया करते थे