40وَمِنهُم مَن يُؤمِنُ بِهِ وَمِنهُم مَن لا يُؤمِنُ بِهِ ۚ وَرَبُّكَ أَعلَمُ بِالمُفسِدينَफ़ारूक़ ख़ान & नदवीऔर उनमें से बाज़ तो ऐसे है कि इस कुरान पर आइन्दा ईमान लाएगें और बाज़ ऐसे हैं जो ईमान लाएगें ही नहीं